Natarang Pratishthan

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Andher Nagri, Writer: Bhartendu Harishchandr, Director: B. V. Karanth.
Image: Andher Nagri, Writer: Bhartendu Harishchandr, Director: B. V. Karanth. (NP Acc. No. 1659)

Natarang Pratishthan Documentation Catalogue

  • Books (40)
    • Displaying records 6 - 10 of 40.
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    • Serial No: 6
      Title: गोविन्द चातक
      Writer/Editor: रंगमंचः कला और दृष्टि
      Language: हिन्दी
      Publisher/Place: तक्षशिला प्रकाशन, दरियागंज, दिल्ली
      Year: 10/06/1905
      Source/Accession No: साहित्य अकादमी/भ्.3885
      Description/Notes: 219 पृ0, पृ0-196, रैना का निर्देशक के रूप में विशेष ख्याति अर्जित करने का उल्लेख।
      Director/Actor being documented: एम. के. रैना
    • Serial No: 7
      Title: अंधायुगः पाठ और प्रदर्शन
      Writer/Editor: जयदेव तनेजा
      Publisher/Place: राष्ट्रीय नाट्य विद्यालयए दिल्ली
      Year: 20/06/1905
      Source/Accession No: न0 प्र0, 1360
      Description/Notes: प्रष्ठ.107(फोटो अंघायुग)ः - निर्देशक एमण् केण् रैना राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय रंगमंडलए 1986 प्रष्ठ.109(दो फोटो अंधायुग)ः - निर्देशक एमण् केण् रैना राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय रंगमंडलए 1986 प्रष्ठ.110(फोटो अंघायुग)ः - निर्देशक एमण् केण् रैना राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय रंगमंडलए 1977 प्रष्ठ.113(फोटो अंघायुग)ः - निर्देशक एमण् केण् रैना राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय रंगमंडलए 1986 प्रष्ठ.148(प्रदर्शन)ः - दिल्ली के पुराने किले के खंडहरों के बीच रा0 ना0 वि0 रंगमंडल के कलाकारोण् द्वारा रैना के निर्देशन में पौराणिकता और आधुनिकता के संयोग से निर्मित ”अंधायुग” के मंचन का उल्लेख। निर्देशक द्वारा इस प्रस्तुति में अनुष्ठात्मक पारंपरिक नाट्य शैली का कलात्मक उपयोग। प्रष्ठ.149ः - रैना के अनुसार इस आधुनिक नाटक को पौराणिकता का व्यापक आयाम देने के इरादे से वस्त्र विन्यास में यक्षगान तथा कथकली की परिधान शैली का प्रभाव। प्रष्ठ.149ः - रैना निर्देशित पुराने किले की यह प्रस्तुति निर्देशकीय प्रतिभा तथा स्थान के नाटकीय उपयोग की समझ का प्रमाण। इस प्रस्तुति में अल्काजी की मंच परिकल्पना और बहुः आयामी द्रश्य योजना का रैना द्वारा नाटकीय उपयोग। प्रष्ठ.149 ओर 150ः - लोक मंच अध्येता सुरेश अवस्थी द्वारा रैना निर्देशित इस प्रस्तुति की सराहना का उल्लेख। प्रष्ठ.159ः - जर्मन जनवादी गण राज्य के लिएए रा0 ना0 वि0 रंगमंडल द्वारा रैना के निर्देशन में अंधायुग की शिवारिन थिएटरए शिवारिन में 10 अक्टूबर ग1986 को प्रथम प्रस्तुति। 11 अक्टूबर को मैण्सिम गोर्की थिएटर बर्लिन और फिर नेवाज़ना लीकजिंग में भी इसके प्रदर्शन। प्रष्ठ.149 ओर 160ः - रैना के स्वदेश लौटने पर नवम्बर 1986 में दिल्ली के कमानी प्रेक्षागृह में तीन प्रदर्शन। कोलकाता तथा बहरामपुर में इस प्रस्तुति का पुनः प्रदर्शन। प्रष्ठ.161ः - रैना की प्रस्तुति में कृष्ण ध्वनि के रूप में ओम शिवपुरी की सघन.मधुर आवाज का जादु। यह प्रस्तुति रैना की निर्देशकीय सूझ.बूझ तथा कल्पनाशीलता का उदाहरण। प्रष्ठ.176(उपसंहार)ः - रैना द्वारा अंधायुग के तीन.तीन बार अलग.अलग रूपों में मंचित किए जाने तथा स्वयं को इसकी कसौटी पर कसने का उल्लेख। प्रष्ठ.176ः - रैना द्वारा अंधायुग में अभिनय किए जाने का उल्लेख। प्रष्ठ.177ः - रैना द्वारा बर्लिन के गोर्की थिएटर में ”अंधायुग” का मंचन।
      Director/Actor being documented: एम. के. रैना
    • Serial No: 8
      Title: जयदेव तनेजा
      Writer/Editor: आज के हिन्दी रंगनाटक: परिवेश और परिदृश्य
      Language: हिन्दी
      Publisher/Place: तक्षशिला प्रकाशन, दरियागंज, दिल्ली
      Year: 02/06/1905
      Source/Accession No: साहित्य अकादमी/52044
      Description/Notes: 167 पृ0, पृ0-44, रैना द्वारा अंधायुग में परम्परित लोक तत्वों का प्रयोग करके नूतन भंगिमा प्रदान करने का उल्लेेख।
      Director/Actor being documented: एम. के. रैना
    • Serial No: 9
      Title: जयदेव तनेजा
      Writer/Editor: आज के हिन्दी रंगनाटक: परिवेश और परिदृश्य
      Language: हिन्दी
      Publisher/Place: तक्षशिला प्रकाशन, दरियागंज, दिल्ली
      Year: 02/06/1905
      Source/Accession No: संगीत नाटक अकादमी/52044
      Description/Notes: 167 पृ0, 35, संदर्भ पृ0-166, रैना द्वारा नुक्कड़ नाटकों की प्रस्तुति के उल्लेख।
      Director/Actor being documented: एम. के. रैना
    • Serial No: 10
      Title: जयदेव तनेजा
      Writer/Editor: आधुनिक भारतीय रंग.परिदृश्य
      Language: हिन्दी
      Translator/Adaptator:
      Publisher/Place: तक्षशिला प्रकाशन, दरियागंज, दिल्ली
      Year: 14/06/1905
      Source/Accession No: न.प.
      Description/Notes: 150, पृष्ठ-21(आधुनिक भारतीय रंगकर्मः वर्तमान परिदृश्य)ः अपने स्तरीय रंगकर्म व रंग प्रशिक्षण शिविरों के माध्यम से नई रंगचेतना लाने वालों में र।ना के नाम का उल्लेख। पृष्ठ-23-रैना के ’मैं ही हूँ काम पुरूष’, ’ओपन हाइपर’, ’एण्टीगनी’, ’कबिरा खड़ा बजार में’ और ’माधवी’ में उपलब्धि की संभावना के बीज। पृष्ठ-168-170(आधुनिक भारतीय रंगमंच की खोज)ः संक्षिप्त परिचय। कबिरा खड़ा बजार में, जुलूस, आदि उल्लेखनीय प्रस्तुतियाँ।
      Director/Actor being documented: एम. के. रैना
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  • Newspaper Clippings (66)
    • Displaying records 1 - 5 of 66.
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    • Serial No: 1
      Writing Form/Subject: रपट
      Writer: अजित राय
      Title: रंगमंच का विद्रोही कारीगर: प्रसन्ना
      Newspaper Name: अमर उजाला, नई दिल्ली
      Language: हिन्दी
      Date: 13 जनवरी 2008
      Source: न.प.
      Description/Notes: हिन्दी रंगमंच कोे एम॰के॰ रैना ने व्यापक लोकप्रियता दिलाई है। लेख प्र्रसन्ना पर केन्द्रित।
      Director/Actor being documented: एम॰के॰ रैना
    • Serial No: 2
      Writing Form/Subject: रपट
      Writer: अजित राय
      Title: रंगमंच का विद्रोही कारीगर: प्रसन्ना
      Newspaper Name: दैनिक जलते दीप, जोधपुर
      Language: हिन्दी
      Date: 20 जनवरी 2008
      Source: न.प.
      Description/Notes: ’’हिन्दी रंगमंच को व्यापक लोकप्र्रियता दिलाने में एम॰के॰ रैना का भी योगदान हैै।’’ लेख प्रसन्ना पर केन्द्रित।
      Director/Actor being documented: एम॰के॰ रैना
    • Serial No: 3
      Writing Form/Subject: रपट
      Writer: अजित राय
      Title: स्वर्ण जयंति पर नाटककारोें को भूल गए आयोजक
      Newspaper Name: जनसत्ता, नई दिल्ली
      Language: हिन्दी
      Date: 4 जनवरी 2008
      Source: न.प.
      Description/Notes: एम॰के॰रैना कोे रा॰ना॰वि॰ द्वारा ब॰व॰ कारंत स्मृति सम्मान। लेेख भारंगम पर केन्द्रित।
      Director/Actor being documented: एम॰के॰ रैना
    • Serial No: 4
      Writing Form/Subject: रपट
      Writer: अरविन्द गौड़
      Title: रंगमंच के लिए ’कल’ निर्णायक
      Newspaper Name: नवभारत टाईम्स
      Language: हिन्दी
      Date: 31 दिसम्बर 1987
      Source: न.प.
      Description/Notes: विगत वर्ष में रंगमंच एवं रंगसंस्थाओं के गतिविधि पर केद्रित लेख। ’’कबिरा खडा बाजार में’’ निर्देशक एम॰के॰रैना, लेखक भीष्म साहनी प्रस्तुति-प्रयोग का भी उल्लेख।
      Director/Actor being documented: एम॰के॰ रैना
    • Serial No: 5
      Writing Form/Subject: रपट
      Writer: आनन्द गुप्त
      Title: भारत-पाक विभाजन की त्रासदी ’करमावाली’
      Newspaper Name: संडे मेल (साप्ताहिक), पेज-15
      Language: अग्रेंजी
      Date: 24 जुलाई 1990
      Source: न.प.
      Description/Notes: एम॰के॰रैना के निर्देशन में राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय रंगमंडल की प्रस्तुति ’करमावाली एवं रा॰ना॰वि॰ रंगमंडल की स्थापना, उद्देश्य और कार्यकलाप पर रपट एवं रंगमंडल व्यवसायिक प्रबंधक ए॰सी॰ गांधी से बातचीत।
      Director/Actor being documented: एम॰के॰ रैना
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  • Periodicals (119)
    • Displaying records 1 - 5 of 119.
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    • Serail No: 1
      Writing Form: साक्षात्कार
      Writer: एम. के. रैना
      Title: एम.के.रैनाः अभिनेता - निर्देशक
      Journal: अभिनय, अन्तर्देशीय नाट्य पत्र, दिल्ली
      Language: हिन्दी
      Date: 1977-78
      Source: न.प0 / 183
      Description/Notes: पृ0: 21-22: जयदेव तनेजा के साथ साक्षात्कार
      Director/Actor being documented: एम. के. रैना
    • Serail No: 2
      Writing Form: परिचर्चा
      Writer: एम. के. रैना
      Title: लोक और नागर में बुनियादी तत्व समान हैं
      Journal: रंग.प्रसंगए त्रैमासिकए दिल्ली
      Language: हिन्दी
      Date: जनवरी - जून 1999
      Volume: वष्र-2, अंक-1
      Source: न.प0
      Description/Notes: पृ0-210: रैना के अनुसार आधुनिक रंगमंच के आधार सूत्र लोककला से जुड़े हैं। लोक और नागर, ग्राम और शहर के बुनियादी तत्व समान हैं और परस्पर आदान-प्रदान की देरों संभावनाएँ हैं। परम्पराओं और लोक कला तत्वों ने रैना के परायी कुख वीरगति आदि नाट्य प्रस्तुतियों को हर स्तर पर समृद्ध किया है।
      Director/Actor being documented: एम. के. रैना
    • Serail No: 3
      Writing Form: रपट
      Writer: अजित राय
      Title: चलो फिर चलें लोक की ओर
      Journal: रंग.प्रसंगए त्रैमासिकए दिल्ली
      Language: हिन्दी
      Date: अप्रैल.जूनए 2006
      Volume: वर्ष.9 अंक.2
      Page: 78
      Source: न0 प्र0/ 2681
      Description/Notes: रंगायन का ”बहुरूपी” समारोह में देशज संस्कृतिः उत्तर आधुनिक संदर्भ . विषय पर आयोजित सेमिनार में एम.के. रैना के भी भाग लेने का उल्लेख।
      Director/Actor being documented: एम. के. रैना
    • Serail No: 4
      Writing Form: रपट
      Writer: अजित राय
      Title: भारत और एशियाई रंगमंच
      Journal: रंग.प्रसंगए त्रैमासिकए दिल्ली
      Language: हिन्दी
      Date: अप्रैल.जूनए 2006
      Volume: वर्ष.9 अंक.2
      Page: 16
      Source: न0 प्र0/ 2681
      Description/Notes: ब्रेस्ट के ’मदर कोज’ पर आधारित रैना द्वारा निर्देशित ”बहादुर माँ” की भारंगम में हुई प्रस्तुति अपना प्रभाव डालने में असफल रही। इसके पीछे पूर्वाभ्यास एवं की कमी और लम्बी अवधि मूल कारक थे।
      Director/Actor being documented: एम. के. रैना
    • Serail No: 5
      Writing Form: रपट
      Writer: अमिताभ
      Title: दो ग्रीक प्रयोग और तलघर
      Journal: दिनमान, साप्ताहिक, नयी दिल्ली
      Language: हिन्दी
      Date: 7-13 दिसम्बर 1986
      Source: न.प. / 1849
      Description/Notes: पृ0-47: दिल्ली, गोर्की का नाटक ’लोअर डेप्थ’ एम.के.रैना के निर्देशन में उल्लेखनीय प्रस्तुति की रिपोर्ट।
      Director/Actor being documented: एम. के. रैना
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